हालांकि, पहले इन दोनों स्टेशन को मेट्रो से जोड़ने की योजना थी, लेकिन आर्थिक बाध्यता के चलते उस प्लान को रद्द करना पड़ा है।
अगर वैशाली और मोहननगर लाइन को मेट्रो से जोड़ा जाए तो इस पर 1800 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अगर इन दोनों मेट्रो स्टेशन को रोपवे लिंक से जोड़ा जाए तो इस पर 487 करोड़ रुपये की लागत आएगी। एनके सिन्हा ने कहा कि मेट्रो कॉरिडोर अलाइनमेंट स्ट्रेट होने से वैशाली-मोहननगर रूट को चुना गयाजिन जगहों पर रोपवे लाइन बनाई जाएगी, वहां पर जगह भी उपलब्ध है. 5.17 किलोमीटर का यह प्रॉजेक्ट 2024 तक तैयार हो जाएगा।
इस रूट पर दोनों मेट्रो स्टेशनों के साथ ही वैशाली और वसुंधरा ये दो रोपवे हाल्ट भी बनेंगे. एक कैरिएज में 10 लोगों को ले जाने की क्षमता होगी. पिछले वर्ष दिसंबर में गाजियाबाद के सांसद (रि)जनरल वीके सिंह ने इन दोनों मेट्रो के बीच इस रोपवे प्रॉजेक्ट की बात की थी उन्होंने बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही सड़क पर लोगों की भीड़ कम होने की बात भी कही थी।
रिपोर्ट ~ नीलाक्ष वत्स
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