गुडगाँव निवासी आशुतोष ने MR INDIA PLUS ब्यूटी पेजेंट का ख़िताब जीत कर न केवल पूरे गुड़गाँव को बल्कि भारत के मानवीय जज्बे को गौरवान्वित किया है। PLUS SIZE के लिए ऐसी प्रतियोगिता का आयोजन भारत में पहली बार एम अस ब्यूटी पेजेंट द्वारा 28 फरवरी 2021 को दिल्ली ग्लिट्स वेस्टन इन हॉल में किया गया। यह प्रतियोगिता कई चरणों में पूर्ण हुई। मेगा फाइनल में 10 प्रतिभागियों में कड़ी प्रतिस्पर्धा में सब को पछाड़ कर आशुतोष ने यह ख़िताब प्राप्त किय। सब से अचभिंत करने वाली बात यह है कि आशुतोष जन्म से ही सुनने में असमर्थ है लेकिन इन विपरीत परिस्थयों में भी उसने कठिन परिश्रम और अथक प्रयासों से हंसराज कॉलेज, दिल्ली से बी कॉम (होनोर्स) और आईआईएम लखनऊ से MBA की डिग्री प्राप्त की और इस समय वह इंडसइंड बैंक में एसोसिएट मैनेजर कि पद पर कार्यरत है। उसका विश्वास कि "Nothing Is Impossible " उसको हर परिस्थिति में विजेता बनने में सहायक होता है। आशुतोष जैसी सोच और कभी न हारने कि जिद हमें अपने दैनिक जीवन की कठिनाइयों से न सिर्फ लड़ने की प्रेरणा देती हैं, अपितु हमारे हर उस डर को, झीझक को, एक आत्मविश्वास के साथ करके देखने और जीतने की भी उम्मीद देती है। जब जब आप अपने हूनर शक करें, आशुतोष की ये कहानी आपकी लिए एक रौशनी की किरण सी ही होगी, और हाँ; Nothing Is Impossible
डॉ. अमिता दुबे, प्रधान संपादक, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा लिखित 'सृजन को नमन' पुस्तक पर देश के विद्वानों ने की चर्चा
विश्व हिंदी संगठन से समन्वित सहचर हिंदी संगठन, नई दिल्ली (पंजी.) द्वारा हर महीने पुस्तक परिचर्चा कार्यक्रम के तहत डॉ. अमिता दुबे द्वारा लिखित पुस्तक सृजन को नमन पर लाइव ऑनलाइन परिचर्चा हुई, जिसमें देश भर के साहित्यकारों ने जुड़कर विद्वानों को सुना। इस पुस्तक के लेखक डॉ. अमिता दुबे जी ने बताया कि मूलत: वे स्वाभवत: कहानीकार हैं परंतु विद्यावाचस्पति की अध्ययन के दौरान उनकी रुचि आलोचना की ओर प्रवृत्त हुआ। उन्होंने आगे बताया कि किस तरह इस पुस्तक को लिखा। इसमें उन्होंने अपने जीवनानुभवों को भी व्यक्त किया है। कार्यक्रम में राजस्थान से जुड़ी डॉ.बबीता काजल ने यह पुस्तक में लिखे शोध आलेख हैं । जो शोधार्थियों और साहित्यानुरागी के हेतु अत्यंत उपयोगी होगी । सामाजिक परिवेश अत्यंत महत्वर्पूण होता है जहाँ रचनाकार को लेखन के बीज मिलते हैं। चिट्ठियों की दुनिया में राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुए वार्तालाप को कविता के रूप में रचा है जो अपने आप में एक अलग क्षितिज को दिखाता है। पुस्तक में हिंदी प्रचार एवं महत्व को उल्लेखित किया गया, देवनागरी लिपि की विशेषता का उल्लेख ध्वनि वैज्ञानिक दृष्...
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